नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री ने कृषि भवन, दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें किसानों के हित में कई निर्णय लिए गए।
बैठक के दौरान चौहान ने बिहार में कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने और किसानों की सुविधा के लिए बिहार स्थित कृषि भवन में एपीडा (एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी) का कार्यालय खोलने की योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार के किसानों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत, उन्होंने हाईब्रीड और उन्नत बीजों के लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में बिहार के लिए अधिक आवंटन सुनिश्चित करने की बात की। इस योजना की बिहार के लिए दूसरी किश्त भी जारी कर दी गई है।
चौहान ने कहा कि बिहार का कृषि क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और इसके आधार पर कृषोन्नति योजना के लिए अधिक राशि का आवंटन किया जाएगा। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के बिहार स्थित क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान और बीज उत्पादन केंद्र को अत्याधुनिक बनाने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा, बिहार में लीची और शहद उत्पादक किसानों की सहायता के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। एनआरसी मखाना के सशक्तिकरण के निर्णय से भी किसानों को लाभ होगा। चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कृषि और किसान कल्याण के लिए केंद्र सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए जा रहे हैं, और बिहार के किसानों के लिए भी हरसंभव कदम उठाए गए हैं।