वीरांगना तीलू-रौतेली के इलाके में विकास कार्य न होने पर जताया रोष
चौंदकोट वेलफेयर सोसाइटी इस संबंध में सीएम को भेजेगी प्रस्ताव
देहरादून। समस्त चौंदकोट क्षेत्र को पिछड़ा घोषित करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। इस क्षेत्र में विकास कार्य ठप हैं और यहां से तेजी से पलायन हो रहा है। गांव भुतहा हो रहे हैं। चौंदकोट वेलफेयर सोसाइटी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को प्रस्ताव देने का फैसला किया है कि इस पूरे क्षेत्र को पिछड़ा घोषित किया जाए। सोसाइटी के अध्यक्ष उम्मेद सिंह गुसाईं ने कहा कि जल्द ही इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमत्री से मिलेगा।
चौंदकोट वेलफेयर सोसाइटी की कार्यकारिणी के चुनाव 22 दिसम्बर को होंगे। यह फैसला सोसाइटी की एक बैठक में लिया गया। बैठक में इस बात पर रोष जताया गया है कि सरकार वीरांगना तीलू रौतेली के मूल क्षेत्र चौंदकोट में विकास कार्यों की उपेक्षा कर रही है। बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष उम्मेद सिह गुसाई की अध्यक्षता में हुई। सोसाइटी की वर्ष 2022-23 और 2023-24 दो सालो की चार्टर एकाउंटेंट ज्योत्सना द्विवेदी द्वारा की गई आडिट रिपोर्ट, और आय,व्यय को रखा गया। जिसका सदन द्वारा अनुमोदन किया गया। बैठक मे समिति द्वारा विगत पाच वर्षाे मे कोई उल्लेखनीय कार्य, न किये जाने पर सदस्यो द्वारा निराशा व्यक्त की गई । समिति का पाच साल का कार्यकाल पूरा होने पर नई कार्यकारणी का गठन के लिए 22 दिसम्बर को आम सभा, की बैठक बुलाने पर सहमति व्यक्त की गई । बैठक मे कार्यकारणी के चुनाव से पूर्व, अधिक से अधिक सदस्यों को जोड़ने का प्रयास करने का निर्णय लिया गया।
बैठक मे चौदकोट स्मारिका निकालने पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक मे चौदकोट क्षेत्र के किसी उपयुक्त स्थान पर चौदकोट वीरांगना तीलू रौतेली की स्मृति मे एक कार्यक्रम किये जाने पर भी चर्चा की गई। सोसाइटी के कार्यों को गति देने के लिए समाजसेवी कवींद्र इष्टवाल के बालावाला स्थित गेस्ट हाउस में एक बैठक करने का निर्णय भी किया गया। बैठक में का संचालन जयदीप रावत ने किया। इस मौके पर सुशील कुमार, प्रदीप सिह रावत, कवीन्द्र इष्टवाल, वीके धस्माना, नरेन्द्र रावत, महावीर रावत, नवीन नैथानी ने भी संबोधित किया।