इन देशों के विदेश मंत्रियों से की मुलाकात, साथ ही मैत्रीपूर्ण संबंधों को विस्तार देने पर दिया जोर
वॉशिंगटन। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र से इतर संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, उज्बेकिस्तान और डेनमार्क के अपने समकक्षों से मुलाकात की। नेताओं के बीच हुई वार्ता के दौरान भारत के इन देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने तथा मैत्रीपूर्ण संबंधों को विस्तार देने पर जोर दिया गया। जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में शामिल होने के लिए अमेरिका पहुंचे हुए हैं। शुक्रवार को उन्होंने सिंगापुर के अपने समकक्ष विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की। विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर बालाकृष्णन से हुई बातचीत को शानदार बताया।
कहा, ‘सिंगापुर की विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ लंबी बातचीत अच्छी रही।’ इसके अलावा, उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियार सैदोव से भी मुलाकात की। उन्होंने एक्स पर कहा, ‘आज न्यूयॉर्क में उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री सैदोव से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की सराहना करता हूं। क्षेत्र के बारे में उनकी समझ को महत्व देता हूं।’ उन्होंने यह भी बताया, ‘तुर्कमेनिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री रसित मेरेडोव के साथ गर्मजोशी भरी मुलाकात हुई। तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं दीं। हमारे मैत्रीपूर्ण संबंधों को और बढ़ाने पर चर्चा हुई।’
जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘अपने प्रिय मित्र- यूएई के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद बिन सुल्तान अल नाहयान से मिलकर हमेशा खुशी होती है। आपसी संबंधों और दुनिया के घटनाक्रम पर बातचीत हुई।’ उन्होंने महासभा के इतर डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन से भी मुलाकात की और यूक्रेन संघर्ष पर अपने विचार साझा किए। कहा, ‘आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर डेनमार्क के विदेश मंत्री से मिलकर खुशी हुई।
हमारे संबंधों के सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ने की सराहना की। यूक्रेन संघर्ष पर विचार साझा किए।’ वहीं, भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, ‘नीदरलैंड के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप से मिलकर खुशी हुई। मौजूदा रणनीतिक मुद्दों पर खुलकर और सकारात्मक चर्चा हुई।’ जयशंकर ने नॉर्थ मैसेडोनिया के विदेश मंत्री टिमको मुकुंस्की से भी मुलाकात की और क्षेत्र के साथ निवेश, संपर्क और सहयोग पर चर्चा की।