Breaking News
डिजाइनर सूट पहन रकुल प्रीत सिंह ने दिखाई दिलकश अदाएं, एक्ट्रेस की हॉटनेस देख फैंस हुए घायल
डिजाइनर सूट पहन रकुल प्रीत सिंह ने दिखाई दिलकश अदाएं, एक्ट्रेस की हॉटनेस देख फैंस हुए घायल
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने 28वी आई०सी०ए०आर० क्षेत्रीय समिति-प्रथम की बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से किया प्रतिभाग
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने 28वी आई०सी०ए०आर० क्षेत्रीय समिति-प्रथम की बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से किया प्रतिभाग
….तो अब मसूरी को मिलेगी जाम के झाम से निजात
….तो अब मसूरी को मिलेगी जाम के झाम से निजात
ठंड में घुटने के दर्द से परेशान हैं? राहत पाने के लिए रोजाना 15 मिनट करें ये एक्सरसाइज
ठंड में घुटने के दर्द से परेशान हैं? राहत पाने के लिए रोजाना 15 मिनट करें ये एक्सरसाइज
मंत्री रेखा आर्या ने सुनी सस्ता गल्ला राशन डीलर्स की समस्याएं
मंत्री रेखा आर्या ने सुनी सस्ता गल्ला राशन डीलर्स की समस्याएं
मेले में योगदान देने वाले कर्मी और छात्र -छात्राओं का हुआ सम्मान
मेले में योगदान देने वाले कर्मी और छात्र -छात्राओं का हुआ सम्मान
जलवायु संकट अभी भी मुद्दा नहीं
जलवायु संकट अभी भी मुद्दा नहीं
उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी होगी
उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
लेकिन भक्तों की श्रद्धा में कमी नहीं

हरिशंकर व्यास
नई सदी के पहले 25 साल में जब दुनिया अंतरिक्ष में बस्ती बसाने के प्रयास में लगी है, पशुओं के शरीर में अलग अलग अंग विकसित कर रही, ताकि उसे इंसानों के शरीर में इस्तेमाल किया जा सके, जीन बदल कर सुपर ह्यूमन बनाने की कोशिश है, और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए इंसानों को रिप्लेस करने का काम हो रहा है तो ऐसे वक्त भारत में सैकड़ों, हजारों की संख्या में उन बाबाओं का उदय और अस्त हुआ है, जो अपने आसन पर बैठे बैठे पूरा ब्राह्मंड देख लेते हैं और चुटकियों में इंसानों की समस्याओं का समाधान कर देते हैं।
इन्हें बीमार लोगों का इलाज करने के लिए किसी दवा की जरुरत नहीं है और न बीमारी का पता लगाने के लिए किसी तकनीकी उपकरण की जरुरत है। वे अंतर्यामी होते हैं और उनके पास ऐसी अद्भुत शक्तियां हैं कि वे भक्तों के सारे कष्ट दूर कर सकते हैं। ऐसे अनेक बाबा हर साल भक्तों के शोषण के आरोप में या किसी अन्य अपराध के आरोप में पकड़े जाते हैं लेकिन भक्तों की श्रद्धा में कमी नहीं आती है। वे जेल में बंद बाबाओं के भी भक्त बने रहते हैं या कोई नया बाबा  खोज लेते हैं।

समय के साथ बाबाओं के स्टॉक सूचकांक में उतार चढ़ाव जैसा होता है। जैसे एक समय निर्मल बाबा का जलवा था। लोग हजारों रुपए की टिकट लेकर उनके कार्यक्रम में शामिल होते थे। अपनी समस्या लेकर पहुंचे भक्तों को वे बताते थे कि उनकी कृपा कहां रूकी है। समोसे के साथ लाल चटनी खाने वाले को उन्होंने कहा कि हरी चटनी खाए तो कृपा आने लगेगी, सफेद रूमाल रखने वाले को कहा कि लाल रूमाल रखे तो कृपा आएगी, बाईं जेब में रूमाल रखने वालों को कहा कि दाहिनी जेब में रखे तो कृपा आएगी। बाबा के ऊपर कुछ फ्रॉड के आरोप लगे तो उसके बाद से उनका बाजार काफी डाउन हो गया है। निर्मल बाबा के लगभग साथ ही राधे मां धूमकेतु की तरह उभरीं थीं। वे नाच गाकर भक्तों के कष्ट दूर करती थीं। आरोपों में घिरने के बाद उनका भी बाजार खराब हो गया।

आसाराम बापू का डाउनफॉल सबसे बड़ी घटना थी लेकिन उसके बाद ही छोटे छोटे दर्जनों बाबाओं के लिए रास्ते खुले। आसाराम के देश भर में करोड़ों भक्त थे। वे भी नाचते गाते थे। रास रचाते थे। फूलों की बारिश करते थे। फिलहाल आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साई भक्तों के यौन शोषण और हत्या के मामले में जेल में बंद हैं। वे अपने लिए कोई चमत्कार नहीं कर पाए। उनके भक्तों की संख्या अब काफी कम रह गई है। अब उनके पास वही कट्टर भक्त बचे हैं, जो मानते हैं कि यह सब उनकी अपनी लीला है और किसी बड़े उद्देश्य के लिए वे जेल में बंद हैं।

तर्क यह है कि आखिर भारत में अनके भगवानों ने धरती पर परीक्षा दी है और कष्ट झेले हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top